Academic tour of school students

जे.सी.डी मैमोरियल कॉलेज में शैक्षणिक भ्रमण पर आए स्कूली विद्यार्थी

26 नवंबर, 2021 सिरसा : बच्चों को क्वालिटी शिक्षा देने के लिए सरकार की ओर से चलाए जा रहे क्रार्यक्रमों के तहत समय-समय पर जेसीडी विद्यापीठ में अन्य शिक्षण संस्थानों के छात्रों का शैक्षणिक भ्रमण होता रहता है।इसी श्रंखिला में गुरुवार को गांव धोलपालिया के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के बच्चों ने नेश्नल स्किल्ड क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क प्रोग्राम के तहत धोलपालिया के राजकीय स्कूल के 9वीं से 12वीं के करीब 80 छात्र-छात्राओं ने जेसीडी के विभाग का दौरा किया।

जेसीडी मैमोरियल कॉलेज की तरफ से कंप्यूटर एजुकेशन के स्टॉफ सदस्यों शिल्पी जैन, निधी बंसल व सुमन कुमारी ने बच्चों को कम्प्यूटर से जुड़ी कई अहम जानकारियां दीं व इस फील्ड से जुड़ी संभावनाओं के बारे में अवगत करवाया। सभी छात्र-छात्राओं ने प्राध्यापकों की बातों को ध्यान से सुना व कम्प्यूटर फील्ड से जुड़े कई अहम सवाल भी पूछे। इस दौरान सभी विद्यार्थी काफी खुश व संतुष्ट नज़र आए और उन्होंने बताया कि यहां आने के बाद उनको कई एसी जानकारियां भी प्राप्त हुई जिनसे वे अनजान थे। विद्यार्थियों ने विद्यापीठ के प्रांगण का भी दौरा किया और उनको यहां का माहोल काफी पसंद आया।

धोलपालिया राजकीय स्कूल से छात्रों के साथ आईटी ट्रेड से जुड़े अध्यापक सुभाष चंद्र, देवेंद्र अग्रवाल, कुलवंत कासवां, अध्यापिका सीमा रानी व पूजा रानी भी पहुंचीं। इस दौरान अध्यापकों ने बताया कि स्कूल में एन.एस.क्यू.एफ. की ओर से संचालित सूचना व प्रोद्योगिकी ट्रेड की शिक्षा दी जाती है और इसके तहत छात्रों को तकनीकी शिक्षा में उच्च मानकों वाले शैक्षणिक संस्थानों का भ्रमण करवाया जाता है। अध्यापकों ने जेसीडी विद्यापीठ का भ्रमण करने के बाद कहा कि यहां हर प्रकार की शैक्षणिक सुविधाएं मौजूद हैं और आगे भी अगर छात्र अपनी उच्च शिक्षा के लिए इस संस्थान में आते हैं तो उनके लिए यहां काफी संभावनाएं हैं।

इस दौरान विद्यार्थियों से रुबरू होते हुए जेसीडी मैमोरियल कॉलेज की प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल ने बच्चों को कई अहम जानकारियां दीं। उन्होने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर वो इस उम्र में तकनीकी शिक्षा का बारीकी से अध्ययन कर लेंगे तो आगे चलकर उनको किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने बच्चों को सुझाव देते हुए कहा कि उन्होने जो ट्रेड ली है उसे वो सिर्फ एक विषय न समझ कर उसमें अपनी रूची को भी जोड़ें तो उनके लिए छोटी उम्र में ही बहुत से रास्ते खुल सकते हैं। अंत में जेसीडी की प्रबंध निदेशक डॉ. शमीम शर्मा ने विद्यार्थियों व उनके अध्यापकों को अपने संदेश में कहा कि बच्चों को किताबों के इतर एसे शैक्षणिक दौरे करवाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि ये अध्यापक बधाई के पात्र हैं जो बच्चों की प्रैक्टिकल शिक्षा की तरफ भी ध्यान दे रहे हैं। उन्होने जेसीडी विद्यापीठ की तरफ से आश्वासन देते हुए कहा कि हमारे दरवाजे हमेशा एसे होनहार बच्चों के लिए खुले हैं जो कुछ भी जानने की जिज्ञासा रखते हैं।