JCD finalist’s place confirmed in India Volleyball Camp
*भारत का प्रतिनिधित्व कर सकती हैं अंतिमा: डॉ. ढींडसा
जेसीडी की अंतिमा का वॉलीबाल के इंडिया कैंप में स्थान पक्का*
सिरसा, 20 मई 2024: जेसीडी विद्यापीठ में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा अंतिमा ने भारतीय वॉलीबॉल कैंप में अपना स्थान पक्का कर संस्थान और राज्य का नाम रोशन किया है। स्पोर्ट्स ऑफिसर डॉ. अमरीक गिल ने बताया कि बैंगलोर में आयोजित राष्ट्रीय ट्रायल में अंतिमा के कौशल ने चयनकर्ताओं को चकित कर दिया, और संभावित रूप से देश का प्रतिनिधित्व करने का मार्ग प्रशस्त किया। इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा , रजिस्ट्रार डॉ. सुधांशु गुप्ता और प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल ने उनको बधाई दी।
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक और जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. कुलदीप सिंह ढींढसा ने अंतिमा की उपलब्धि को संस्थान के लिए गौरव का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि अंतिमा ने संस्थान और राज्य का नाम रोशन किया है, उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर ऐसा प्रदर्शन उनके समर्पण और प्रतिभा का प्रमाण है। उनका चयन न केवल उनके व्यक्तिगत कौशल, बल्कि समग्र छात्र विकास के लिए जेसीडी विद्यापीठ द्वारा प्रदान किए गए वातावरण को भी स्पष्ट रूप से दिखाता है। उन्होंने एक सर्वांगीण व्यक्तित्व को बढ़ावा देने में खेलों के महत्व पर जोर दिया और एक एथलेटिक के तौर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए अंतिमा के समर्पण की सराहना की। डॉ. ढींढसा ने कहा की जेसीडी के परिसर में विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकों की सीमाओं से परे अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए सशक्त बनाया जाता है। उन्होनें इस उपलब्धि के लिए कोच मुकेश और राहुल की सराहना की और स्पोर्ट्स ऑफिसर डॉ. अमरीक गिल को भी शुभकामनाएं दीं।
डॉ ढींडसा ने बताया कि अंतिमा की भारतीय वॉलीबॉल शिविर तक की यात्रा जेसीडी विद्यापीठ में विद्यार्थियों, शिक्षकों और प्रशासन के सहयोगात्मक प्रयासों का एक प्रमाण है। यह शिक्षा के प्रति संस्थान के समग्र दृष्टिकोण को दर्शाता है, जो शैक्षणिक उत्कृष्टता और पाठ्योतर उपलब्धियों पर समान जोर देता है।
प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल ने इस शानदार उपलब्धि पर अंतिमां को बधाई दी और कहा कि अंतिम की उपलब्धि ने दूसरे विद्यार्थियों के लिए भी प्रेरणा का काम किया है। उन्होंने खेल प्रतिभाओं को निखारने में बुनियादी ढांचे के महत्व को बताते हुए कहा कि अंतिमा जैसे एथलीटों को आगे बढ़ने के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं और एक सहायक पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करने के लिए संस्थान हमेशा से प्रतिबद्ध है। डॉ. गोयल ने विद्यार्थियों में अनुशासन, टीम वर्क और नेतृत्व कौशल विकसित करने में खेल की भूमिका का उल्लेख किया और कहा कि ये गुण जीवन के सभी पहलुओं में अमूल्य हैं।
वहीं अंतिमा ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता पिता, कोच, शिक्षकों और जेसीडी प्रबंधन को दिया।