Bhai Kanhaiya Ashram (3)

Students arrived at Bhai Kanhaiya Ashram to participate in the seminar

जे.सी.डी. कॉलेज के विद्यार्थियों सेमिनार में भाग लेने पहुंचे भाई कन्हैया आश्रम

23 नवंबर 2021, सिरसा : गुरु पर्व के मौके पर जहां देश और दुनियां भर में अनेकों तरह के आयोजन किए गए वहीं सोमवार को सिरसा स्थित भाई कन्हैया आश्रम में भी गुरुनानक देव जी के जीवन और शिक्षाओं को लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में जेसीडी मैमोरियल कॉलेज से श्री पप्पल राम व श्री शैलेंद्र जी की अगुवाई में NCC, NSS और YRC से जुड़े करीब 50 विद्यार्थियों ने भी भाग लिया। इस सेमीनार के दौरान मुख्य वक्ता सरदार अवनीश सिंह कालड़ा ने गुरुनानक देव जी के जीवन और शिक्षाओं पर गहन व्याख्यान दिया।

जेसीडी मैमोरियल कॉलेज से गए विद्यार्थियों व टीचिंग स्टाफ ने भाई कन्हैया आश्रम का भी अवलोकन किया और वहां किए जा रहे समाज भलाई कार्यों के बारे में प्रबंधन स्टॉफ से बातचीत भी की। हमेशा से समाज सेवा में आगे रहने वले जेसीडी मैमोरियल कॉलेज के विद्यार्थियों व स्टॉफ ने वहां की प्रबंधन टीम को हर तरह की सेवा व मदद का आश्वासन दिया। जेसीडी मैमोरियल कॉलेज के विद्यार्थियों ने इस सेमिनार में भाग लेने के बाद कहा कि गुरु नानक देव जी की जगत कल्याण की शिक्षाएं हमेशा उन्हें लोगों के लिए कुछ अच्छा करने को प्रेरित करती हैं और इस सेमीनार में उनके बारे में व्याख्यान सुनने के बाद समाज का भला करने का जज्बा और बढ़ गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सरदार मलकीत सिंह खोसा व वशिष्ट अतिथि के तौर पर सरदार रघुवीर सिंह सग्गू भी मौजूद रहे। इस आयोजन के संयोजक व भाई कन्हैया आश्रम के संस्थापक भाई गुरविंदर सिंह ने सभी वक्ताओं व श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।

संस्था द्वारा इस सेमीनार के आयोजन की तारीफ करते हुए जेसीडी कॉलेज की प्रचार्या डॉ. शिखा गोयल ने कहा कि एसे आयोजनों में विद्यार्थियों की भागीदारी से उनमें सकारात्मकता का संचार होता है डॉ. शिखा गोयल ने जेसीडी मैमोरियल के विद्यार्थियों की भी तारीफ करते हुए कहा कि कॉलेज का स्टॉफ और छात्र पहले से ही काफी सकारात्मक गतिविधियों का निरंतर आयोजन करते रहते हैं और इस तरह के आयोजनों से उन्हें समाज के लिए और अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है। इस मौके पर जेसीडी की प्रबंध निदेशक डॉक्टर शमीम शर्मा ने कहा कि ऐसी महान विभूतियों का अवतरण ही समाज के उद्धार के लिए होता है और उनके जीवन से शिक्षा लेकर आज की पीढ़ी उस पर चलने की कोशिश कर रही है।ये एक सुखद बात है।