National Girls Child day Celebration
जेसीडी मैमोरियल कॉलेज में एनएसएस, वाईआरसी और वूमन सैल की ओर से मनाया गया ‘नेश्नल गर्ल चाइल्ड डे’ ‘ सेल्फी विद डॉटर’ और ऑनलाईन कविता गायन प्रतियोगित का हुआ आयोजन
सिरसा, 24 जनवरी 2022: जेसीडी विद्यापीठ स्थित जेसीडी मैमोरियल कॉलेज में एनएसएस, वाईआरसी और वूमन सैल की ओर से ऑनलाइन माध्यम द्वारा ‘नेश्नल गर्ल चाइल्ड डे’ मनाया गया। ‘सैल्फी विद डॉटर” और बच्चियों पर कविता गायन जैसे इवेंट करवाए गए। यह कार्यक्रम एनएसएस के दिल्ली रीजन के डायरेक्टर व सीडीएलयू के एनएसस व वाईआरसी कोऑर्डिनेटर के निर्देशानुसार ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ अभियान के अंतर्गत करवाया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंध निदेशक डॉ. शमीम शर्मा शामिल हुईं।
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इस ऑनलाइन कार्यक्रम की आयोजन कमेटी में जेसीडी मैमोरियल कॉलेज के प्राध्यापक श्री पप्पल राम, डॉ. आत्मा राम, श्रीमती कांता रोहिल्ला, श्रीमती नेहा गर्ग व श्रीमती नेहा खुराना शामिल थे। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी प्रतिभागियों को ऑनलाइन माध्यम का लिंक दिया गया था जिसके जरिए सभी प्रतिभागी कविता गायन कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके अलावा सभी छात्राओं ने अपनी माता के साथ और स्टॉफ सदस्यों ने अपनी बेटी के साथ एक-एक सैल्फी कैप्शन समेत भेजी। कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने बेटियों पर अपने-अपने भाव कविता के जरिए प्रस्तुत किए. सेल्फी विद डॉटर प्रतियोगिता में बीकॉम की दिलजीत कौर प्रथम एमकॉम की मुस्कान द्वितीय एम ए की शिवानी तीसरे नंबर पर रहीं। बेटियों पर हुए कविता गायन में एमकॉम प्रथम वर्ष के स्पर्श पहले स्थान पर,बीकॉम की सुनिष्ठा दूसरे स्थान पर, बीए फाइनल की वंदना तीसरे स्थान पर रही। निर्णायक मंडल की भूमिका श्रीमती किरण और श्रीमती प्रिया ने निभाई।
इस मौके पर अपने विचार रखते हुए जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंध निदेशक डॉक्टर शमीम शर्मा ने कहा कि बेटियों का भविष्य जैसा होंगा वैसा ही हमारे समाज का भविष्य होंगा, आज दुनिया का कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है कि जहां लड़कियों ने खुद की प्रतिभा को साबित नहीं किया हो, अंतिरक्ष में जाने से लेकर, इंजीनियरिंग, राजनीति, मेडिकल, खेल, एवं मनोरंजन तक आज हर जगह लड़कियों का बोलबाला है। उन्होंने कहा कि बेशक बेटियों को लेकर समाज में बड़ी-बड़ी बातें होती हैं लेकिन हमारा समाज आज भी कहीं न कहीं बेटियों और बेटों की बीच भेद बनाकर बैठा है। डॉ. शमीम ने कहा कि बेटों और बेटियों को मन से एक मानना होगा तभी समाज में बदलाव आ सकता है। उन्होने इस प्रतियोगिता में शामिल सभी प्रतिभागियों को बधाई भी दी।
वहीं इस मौके पर जेसीडी मैमोरियल कॉलेज की प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल ने अपने आनलाइन संदेश में कहा कि बेटा अगर भाग्य से होता है तो बेटी सौभाग्य से होती हैं,क्योंकि समाज में जो रोल एक बेटी अदा करती है वो एक बेटा नहीं कर पाता। बेटी दो घरों को रोशन करती है और बेटियां ही घर,समाज और देश की निर्माता हैं।उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से समाज में जागरूकता आ रही है और उसका नतीजा हम देख भी रहे हैं। डॉ. शिखा गोयल ने इस आयोजन में शामिल सभी सदस्यों की सराहना की व सभी प्रतिभागियों को बधाई दी। इस आयोजन में जेसीडी मैमोरियल कॉलेज के स्टॉफ सदस्य व विद्यार्थी वर्चुअल रुप से शामिल हुए और कार्यक्रम का आनंद लिया।