Art and Craft workshop
रचनात्मक गतिविधियों से होता है विद्यार्थियों का समग्र विकास-डॉ. ढींडसा
जेसीडी मेमोरियल कॉलेज में ऑर्ट एंड क्राफ्ट वर्कशॉप का आयोजन*
सिरसा, 12 अप्रैल 2024: विद्यार्थियों के बीच रचनात्मकता और व्यावहारिक कौशल को बढ़ावा देने के लिए, जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के कॉमर्स विभाग ने हाल ही में एक लाइव कला और शिल्प वर्कशॉप का आयोजन किया। पिडिलाइट कंपनी के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को विभिन्न कला रूपों में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना था, जिसमें स्टेंसिल का उपयोग करके कपड़े की छपाई पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया । इस कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती सविता कुमारी, श्रीमती पूजा और श्रीमती नेहा रहीं। इसमें पिडिलाइट कंपनी की तरफ से पेशेवर के तौर पर सुश्री हिमांशी व सुश्री रचना रहेजा शामिल हुईं।
जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रो. डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने इस पहल की सराहना की और कहा कि विद्यार्थियों के व्यावहारिक कौशल को निखारने के उद्देश्य से लगातार विविध प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन समग्र शिक्षा के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रचनात्मक गतिविधियाँ विद्यार्थियों के समग्र विकास में योगदान करती हैं, उन्हें आधुनिक दुनिया की चुनौतियों के लिए तैयार करती हैं।डॉ. ढींडसा ने कहा कि रचनात्मकता और नवीनता की संस्कृति को बढ़ावा देने के पीछे कॉलेज का लक्ष्य विद्यार्थियों को निरंतर विकसित होते समाज में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल और मानसिकता से लैस करना है।
प्राचार्या डॉ.शिखा गोयल ने बताया कि रचनात्मकता और नवाचार में विद्यार्थियों की रुचि पैदा करना जेसीडी विद्यापीठ का मुख्य लक्ष्य है और इसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए इस तरह के ट्रेनिंग सेशन आयोजित किए जाते हैं उन्होंने कहा कि इस वर्कशॉप ने विद्यार्थियों को कलात्मकता की दुनिया में उतरने और कपड़ों पर छपाई में नवीन तकनीकों को सीखने के लिए एक मंच प्रदान किया। पिडिलाइट कंपनी के अनुभवी पेशेवरों के मार्गदर्शन में, प्रतिभागियों को कपड़े पर जटिल डिजाइन बनाने के लिए स्टेंसिल का उपयोग करने पर व्यापक प्रशिक्षण प्राप्त हुआ। पैटर्न निर्माण की कला में महारत हासिल करने से लेकर रंगों और बनावट के साथ प्रयोग करने तक, विद्यार्थियों को ढेर सारी रचनात्मक संभावनाओं से अवगत कराया गया।डॉ. शिखा गोयल ने कहा कि हमारा लक्ष्य विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा का पोषण करना और उन्हें पारंपरिक शिक्षा की सीमाओं से परे मूल्यवान कौशल के साथ सशक्त बनाना है।
विद्यार्थियों में इस वर्कशॉप को लेकर काफी उत्सुकता दिखी और उन्होंने इसमें काफी उत्साह के साथ भाग लिया। विद्यार्थियों ने बताया कि इस कला का प्रयोग वो अपनी हॉबी के तौर पर कर सकते हैं और इसे अपना पेशा भी बना सकते हैं।