Online Workshop at JCD Memorial College
जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित जेसीडी मैमोरियल कॉलेज द्वारा “इनफॉरमेशन डिसऑर्डर एंड नीड ऑफ मीडिया लिटरेसी” पर एक ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन किया गया। सहायक प्रोफेसर कांता रोहिल्ला ने मंच का संचालन किया व कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ.जयप्रकाश ने मुख्यातिथि डॉ. शमीम शर्मा व कार्यशाला की मुख्य वक्ता मीडिया एजुकेटर व फेक्टशाला ट्रेनर डॉ. प्रज्ञा कौशिक का स्वागत किया। फैक्टशाला ट्रेनर के तौर पर डॉ प्रज्ञा ने महाविद्यालय की विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए सूचना विकास और मीडिया साक्षरता के प्रति जागरूक किया। उन्होंने विद्यार्थियों को तथ्य बनाम अनुमान के बारे में विभिन्न उदाहरण देकर अवगत करवाया।
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Online Workshop at JCD Memorial College – 08-01-2021See images »
डॉ प्रज्ञा ने विद्यार्थियों को भ्रामक समाचारों को बिना सत्यपूर्ण तथ्यों के जाने ना फैलाने और विश्वास न करने की सलाह दी। मुख्य वक्ता ने बताया कि समाज में झूठी अफवाह बहुत जल्द सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंच जाती है जिसके कारण समाज में धर्म जाति वर्ग बच्चे वह बड़े आदि के बीच में मतभेद पैदा हो सकते हैं कभी-कभी भ्रामक समाचार वायरल होने के कारण समाज के लोगों में मानसिक तनाव तक हो जाता है जिससे समाज में अस्थिरता का दौर शुरू हो जाता है इसने बच्चों की जीवन शैली को भी प्रभावित किया है ऐसी समस्याओं से हम किस प्रकार निदान पा सकते हैं ऐसे प्रश्नों के जवाब में उन्होंने कहा हमें ऐसी फेक न्यूज़ पर विश्वास से बचना चाहिए और उन्हें आगे वायरल होने से भी रोकना चाहिए पूर्व आग्रह रहित विवेचनात्मक सोच और कम्युनिटी मोरल एजुकेटर विद्यार्थियों को बनाकर उनकी मदद से हम स्वस्थ एवं स्वस्थ समाज और देश के सपने को साकार कर सकते हैं हम बाल और नव युवकों को फेक न्यूज़ के प्रति जागरूक रहने और जागरूकता फैलाने के सभी सामाजिक कार्यों में शामिल कर सकते हैं यह भ्रामक न्यूज़ समाज की प्रगति के लिए घातक सिद्ध हो सकती है हम सभी जिम्मेदार नागरिकों और नव युवाओं को इनसे बचने और अन्य लोगों को बचाने के लिए आग्रह और प्रयास करने चाहिए डॉ शमीम शर्मा ने कहा सूचना विष और अमृत दोनों का काम कर सकती है इसलिए बड़ी ही सावधानी से उसका गहन व प्रचार किया जाना चाहिए।
डॉ. शमीम शर्मा ने कहा कि मीडिया का रोल आधुनिक जीवन में इतना ज्यादा है कि दैनिक दिनचर्या में सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक हम मीडिया के ही माध्यम से दुनिया को जीते और सुनते हैं फिर चाहे वह टेलीविजन के माध्यम से हो अखबार के माध्यम से हो या मीडिया के इस दौर में इंटरनेट के माध्यम से जहां खबरों की बमबारी वैश्विक स्तर पर होती है बुद्धिजीवियों का एक बड़ा वर्ग मानता है कि आज के दौर में हम सभी नॉलेज सोसायटी का हिस्सा है जिसमें ज्ञान की एक बड़े हिस्से को समाज के सभी वर्गों तक पहुंचाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मीडिया पर है भारत में पिछले कुछ सालों से ही सूचना क्रांति की सबसे सफल संतान मीडिया ने सभी ज्ञान परंपराओं को पढ़ते हुए समाज की शिक्षा की दिशाओं को मोड़ दिया है
उन्होंने डॉ. प्रज्ञा द्वारा मीडिया साक्षरता पर डाले गए प्रकाश पर उनकी सराहना की व धन्यवाद प्रकट किया। इस कार्यशाला में विभिन्न प्राध्यापक व लगभग 90 छात्राओं ने हिस्सा लिया। अंत में सहायक प्रोफ़ेसर कांता रोहिला ले मुख्यातिथि डॉ शमीम शर्मा सहित मुख्य वक्ता डॉ प्रज्ञा कोशीक सहित सभी गणमान्य जन व विद्यार्थियों का धन्यवाद कर कार्यशाला का समापन किया