
Surya Namaskar
समग्र स्वास्थ्य और जीवन शक्ति को बढ़ाता है सूर्य नमस्कार: डॉ. जय प्रकाश
जेसीडी मेमोरियल कॉलेज में सूर्य नमस्कार अभ्यास का आयोजन
सिरसा, 07 फरवरी 2025: हरियाणा योग आयोग और उच्च शिक्षा विभाग, चंडीगढ़ के निर्देशानुसार हर घर परिवार सूर्य नमस्कार अभियान के तहत जेसीडी मेमोरियल कॉलेज में विशेष सूर्य नमस्कार सत्र का आयोजन किया गया। यह आयोजन जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. जय प्रकाश के दिशा-निर्देशन में हुआ, और इसकी रूपरेखा कार्यक्रम संयोजक डॉ. अमरीक गिल ने तैयार की। इस अभ्यास सत्र में विद्यार्थियों को सूर्य नमस्कार के महत्व और उसके सही अभ्यास से परिचित करवाया गया।
इस सत्र का संचालन योगाचार्य मोनिका ने किया, जिन्होंने छात्रों को सूर्य नमस्कार के प्रत्येक चरण का व्यावहारिक प्रदर्शन कराते हुए इसके वैज्ञानिक और आध्यात्मिक लाभों के बारे में बताया। उन्होंने समझाया कि यह अभ्यास शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन स्थापित करने में सहायक है। उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी बताया कि नियमित सूर्य नमस्कार से शरीर में लचीलापन बढ़ता है, रक्त संचार में सुधार होता है और प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है।
इस अवसर पर डॉ. जय प्रकाश ने सूर्य नमस्कार के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह एक संपूर्ण योग अभ्यास है, जो शरीर को ऊर्जावान बनाने के साथ-साथ मानसिक स्पष्टता और आंतरिक शांति भी प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि यह न केवल मांसपेशियों को मजबूत करता है बल्कि रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाने में भी सहायक है। इसके नियमित अभ्यास से तनाव कम होता है, मन शांत रहता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
उन्होंने सूर्य नमस्कार करने के सही समय और तकनीकों पर भी प्रकाश डाला, जिससे विद्यार्थी इसे अपने दैनिक जीवन में प्रभावी ढंग से अपना सकें। उन्होंने कहा कि सुबह के समय, सूर्योदय के साथ, इस अभ्यास को करना सबसे अधिक लाभकारी होता है क्योंकि तब वातावरण शुद्ध और ऊर्जा से भरपूर होता है। सूर्य नमस्कार का सही अभ्यास करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य सुधरता है बल्कि यह मानसिक संतुलन और सकारात्मकता को भी बढ़ावा देता है।
डॉ. जय प्रकाश ने बताया कि सूर्य नमस्कार एक ऐसा अभ्यास है जिसे हर आयु वर्ग के व्यक्ति कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया और कहा कि निरंतर अभ्यास से ही इसके पूर्ण लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने इस सत्र में मार्गदर्शन देने के लिए योगाचार्य मोनिका का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस प्रकार के आयोजन विद्यार्थियों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक होते हैं।
इस आयोजन में कॉलेज के अनेक विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और सूर्य नमस्कार के महत्व को समझा। इस सत्र के अंत में छात्रों ने यह संकल्प लिया कि वे अपने दैनिक जीवन में नियमित रूप से सूर्य नमस्कार का अभ्यास करेंगे और अपने परिवार व मित्रों को भी इसके प्रति जागरूक करेंगे। उन्होंने इस अभ्यास को अपनाने और समाज में इसके प्रचार-प्रसार का संकल्प लिया, ताकि अधिक से अधिक लोग इस लाभकारी योग तकनीक से