JCD alumnus working in Bhabha Atomic Research Center
पुराने विद्यार्थियों की सफलता नए विद्यार्थियों को करती है प्रेरित: डॉ. जय प्रकाश
*भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में कार्यरत जेसीडी के पूर्व छात्र ने किया जूनियर्स को संबोधित*
सिरसा, 26 जुलाई 2024:जेसीडी मेमोरियल कॉलेज में चल रही छात्र संवाद श्रृंखला के तहत भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) में साइंटिफिक असिस्टेंट के तौर पर कार्य कर रहे जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के फिज़िक्स विभाग के पूर्व विद्यार्थी अजय लखेरा को आमंत्रित किया गया। जेसीडी मेमोरियल कॉलेज से भौतिकी में एमएससी के छात्र रहे अजय लखेरा ने कॉलेज के वर्तमान विद्यार्थियों को करियर की संभावनाओं, चुनौतियों और के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही ये भी बताया कि कैसे फिज़िक्स में उनकी एमएससी तक की शिक्षा ने उनके भविष्य के प्रयासों के लिए आधार तैयार किया। सत्र के दौरान भौतिकी में करियर और BARC जैसे शोध संस्थानों में अवसरों के बारे में विद्यार्थियों के विभिन्न प्रश्नों का भी उत्तर दिया गया।
जेसीडी विद्यापीठ के उप महानिदेशक डॉ. जय प्रकाश ने विद्यार्थी संवाद श्रृंखला के आयोजन जैसे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि दृष्टिकोण को व्यापक बनाने और विद्यार्थियों को पेशेवर दुनिया की चुनौतियों के लिए तैयार करने में ऐसे सत्रों की भूमिका अहम होती है। पुराने विद्यार्थियों के पास विश्वविद्यालय या कॉलेज में बीते दिनों का अनुभव होता है। वे नए विद्यार्थियों के साथ अपने अनुभव साझा करके उन्हें आगामी समय की समस्याओं और सम्भावित चुनौतियों के बारे में जागरूक कर सकते हैं।वे उन्हें स्टडी टिप्स, परीक्षा की तैयारी, प्रोजेक्ट्स की व्यवस्था करने के तरीके आदि में सहायता कर सकते हैं। इसके अलावा पुराने विद्यार्थियों की कहानियाँ और सफलता की यात्राएँ नए विद्यार्थियों को मोटिवेट कर सकती हैं और उन्हें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रेरित कर सकती हैं।
जेसीडी मेमोरियल कॉलेज की प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल ने अजय लखेरा की उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि जेसीडी के विद्यार्थी आज दुनियां भर की प्रतिष्ठित संस्थाओं में काम कर रहे हैं और अपने माता पिता व संस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं। ऐसे विद्यार्थियों से नए विद्यार्थियों की मुलाकातें एक विशेष आत्मीयता और एकता की भावना पैदा कर सकती हैं जो शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति के लिए सहायक हैं और यह नई शिक्षा प्रणाली का भी हिस्सा है जो कि काफी प्रभावशाली है क्योंकि इससे नए विद्यार्थियों को पता चल पाता है कि उनसे पहले जो ये कोर्स कर चुके हैं वो आज कहां हैं और वो उनके अनुभव और गलतियों से सीख सकते हैं। वहीं पासआउट विद्यार्थियों का भी ये फर्ज होता है कि वो आने वाली जनरेशन को ईमानदारी से गाईड करें ताकि वो किसी उलझन में न रहें और उन्हें खुद पर काम करने का ज्यादा वक्त मिल सके।इसी मकसद से जेसीडी मेमोरियल कॉलेज की एलूमिनी एसोसिएशन काम कर रही है और एसे और भी सत्र भविष्य में आयोजित किए जाएंगे।
विद्यार्थियों ने भी इस सत्र का खूब फायदा उठाया और अपने सीनियर से काफी कुछ सीखा। वहीं अजय लखेरा ने भी कहा की उनकी सफलता के पीछे जेसीडी मेमोरियल कॉलेज की शिक्षा का बड़ा योगदान है।