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India STEM Summit

*इंडिया स्टेम समिट में पहुंचे जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थी*
समिट में चंद्रयान-3 से जुड़ी महिला वैज्ञानिकों ने भी लिया भाग: प्रोफेसर ढींडसा

सिरसा,23 अक्तूबर 2023: साइंस और टैक्नोलॉजी के नवाचारों के प्रति जागरूकता और प्रेरणा हासिल करने के लिए जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थियों का एक दल दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर इंटरनेश्नल सेंटर में आयोजित इंडिया स्टेम समिट अवार्ड्स के पांचवे संस्करण में पहुंचा जिसमें उनके साथ गाइड के रूप में श्री सोमवीर सिंह व श्रीमती कंवलजीत कौर भी मौजूद रहे। इस दौरान विद्यार्थियों को चंद्रयान-3 से जुड़ी महिला वैज्ञानिकों व केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी को भी सुनने का मौका मिला। यह समिट साइंस,टैक्नोलॉजी,इंजीनियरिंग व मैथ के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित करने, नॉलेज शेयरिंग और विशेषज्ञों के अनुभवों को विद्यार्थियों व प्राध्यापकों तक पहुंचाने के लिए हर साल आयोजित की जाती है जिसका मुख्य उद्देश्य भारत को रोबोटिक्स और ऑटोमेशन में आत्मनिर्भर बनाना है।

जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने कहा कि इस शिखर सम्मेलन को भारत में रोबोटिक्स में सुधार लाने और ऑटोमेशन में अनुसंधान और कैरियर के अवसरों के लिए द्वार खोलने के व्यापक सामूहिक लक्ष्य के साथ-साथ लोगों के ज्ञान का विस्तार करने और सहयोग बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है यहां पर शीर्ष अधिकारियों और ईनोवेटिव पेशेवरों से लेकर प्रतिभाशाली शिक्षकों तक, भारत के हजारों बेहतरीन विशेषज्ञ इकट्ठा होते हैं जो रोबोटिक्स शिक्षा परिदृश्य, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन प्रक्रिया और अनुसंधान, विनिर्माण और अन्य प्रासंगिक विषयों पर चर्चा करते हैं।जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थियों का इस समिट में शामिल होना हमारे लिए गर्व की बात है और ये दिखाता है कि यह संस्थान अपने विद्यार्थियों के ज्ञानवर्धन के लिए हमेशा ही प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि इस समिट में चंद्रयान-3 से जुड़ी महिला वैज्ञानिकों ने भी भाग लिया ।

जेसीडी मेमोरियल कॉलेज की प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल ने कहा कि जेसीडी संस्थान ऐसा कोई भी मौका नहीं छोड़ता जिसमें विद्यार्थियों को कुछ नया सीखने को मिले। ऐसे आयोजनों में विद्यार्थियों को विशेष तौर पर भेजा जाता है ताकि उनके अंदर वैज्ञानिक सोच और समस्या समाधान करने का कौशल विकसित हो सके। ऐसे आयोजन नई प्रौद्योगिकी और अनुसंधान के क्षेत्रों में विद्यार्थियों की रुचि को बढ़ावा देते हैं, जिससे उनके लिए नए अवसर खुलते हैं।डॉ. शिखा गोयल ने बताया कि विद्यार्थियों को वहां पर चंद्रयान-3 से जुड़ी महिला वैज्ञानिकों को मिलने व उन्हें सुनने का भी अवसर मिला। इसके अलावा अनेकों क्षेत्रों के विशेषज्ञ वहां मौजूद थे जिन्होंने भविष्य की तकनीकों पर अपना विज़न सामने रखा जिससे विद्यार्थी काफी प्रभावित हए।

इस समिट में शामिल विद्यार्थियों ने बताया कि उनके लिए ये एक नया अनुभव था और इसमें उन्हें भविष्य की तकनीकों व उनके स्कोप के बारे में जानने को मिला।वहां पर इसरो वैज्ञानिकों को सुनना सबसे प्रेरणादायक अनुभव था जिससे उनके अंदर भी भविष्य में रिसर्च फील्ड में जाने की इच्छा जागृत हुई।विद्यार्थियों ने इसके लिए कॉलेज प्रबंधन का धन्यवाद भी किया।

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