Faculty Development (2)

Faculty Development Program launched at JCD Memorial College

जेसीडी मेमोरियल कॉलेज में किया गया फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ*

सिरसा,30 मई 2022: जेसीडी विद्यापीठ में स्थित जेसीडी मेमोरियल कॉलेज में शैक्षणिक और एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ की क्षमताओं के विकास के लिए 7 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया जा रहा है। 30 मई से 6 जून तक चलने वाले इस कार्यक्रम का शुभारंभ आज विधिवत रूप से किया गया जिस दौरान इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ दिनेश गुप्ता, जेसीडी मेमोरियल कॉलेज की प्राचार्या डॉ शिखा गोयल, कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती कांता रोहिल्ला,सभी विभागों के एचओडी व स्टाफ सदस्य मौजूद रहे

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इस बारे में बताते हुए जेसीडी मेमोरियल कॉलेज की प्राचार्या डॉ शिखा गोयल ने बताया की बदलते परिवेश और तकनीकी एडवांसमेंट के चलते शैक्षणिक और एडमिनिस्ट्रेटिव तौर-तरीके भी बदल रहे हैं ऐसे में समय-समय पर टीचिंग और नॉन टीचिंग सदस्यों की क्षमताओं के विकास के लिए इस तरह के प्रोग्राम किए जाते हैं और इस बार भी यह 7 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू किया गया है जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों के एक्सपर्ट यहां पर आएंगे और स्टाफ सदस्यों का मार्गदर्शन कर उन्हें प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने बताया कि इस दौरान मनोविज्ञान से लेकर तकनीकी योग्यताओं के विकास संबंधी विभिन्न व्याख्यान और वर्कशॉप आयोजित किए जाएंगे ताकि स्टाफ सदस्य यहां से अपनी जानकारी में बढ़ोतरी कर पाए और क्षमताओं को और निखार पाएं।

इस दौरान मुख्य वक्ता के तौर पर मौजूद रहे डॉ दिनेश गुप्ता ने कहा कि टीचिंग के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है सीखना, उन्होंने कहा कि लर्निंग हैबिट्स एक अध्यापक के अंदर हमेशा रहनी चाहिए ताकि उनके ज्ञान और योग्यता में वृद्धि होती रहे। डॉक्टर गुप्ता ने कहा कि कोई भी विषय स्थिर नहीं है और किसी भी विषय पर शोध का कहीं अंत नहीं है, हर विषय में हमेशा नई चीजें जुड़ती रहती हैं और पढ़ाने के नए तौर-तरीके विकसित होते रहते हैं। ऐसे में नई चीजें सीखने के लिए हमेशा एक जिज्ञासा का भाव मन में बना रहना चाहिए। उन्होंने शिक्षण का एक मूल मंत्र सबके साथ साझा करते हुए कहा कि कभी भी किसी भी विद्यार्थी का मूल्यांकन जल्दबाजी में नहीं करना चाहिए क्योंकि कोई भी परिस्थिति और कोई भी विशेष योग्यता किसी विद्यार्थी को शिखर तक पहुंचा सकती है। डॉ गुप्ता के सुझाव सभी स्टाफ सदस्यों को अच्छे लगे और कहा कि वह भविष्य में आज यहां सीखी हुई बातों का अनुसरण अवश्य करेंगे। वहीं इस दौरान कार्यक्रम संयोजक श्रीमती कांता रोहिल्ला के निर्देशन में शिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए कुछ गतिविधियां भी करवाई गई।

वही इस दौरान जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंध निदेशक डॉक्टर शमीम शर्मा ने अपने संदेश में कहा कि कामयाब होने के लिए लगातार सीखते रहना बहुत जरूरी है और जिस दिन सीखने का क्रम बंद हो जाता है उस दिन से विकास रुक जाता है इसी तरह हर पेशे में समय-समय पर अपनी क्षमताओं का मूल्यांकन करते रहना चाहिए और जब जरूरत पड़े फिर से सीखने के काम में लग जाना चाहिए। उन्होंने इस फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम को लेकर जेसीडी मेमोरियल कॉलेज की प्राचार्या डॉ शिखा गोयल और सभी स्टाफ सदस्यों को शुभकामनाएं दी और उम्मीद जताई कि इन 7 दिनों में स्टाफ सदस्य बहुत कुछ नया सीख पाएंगे जिसका फायदा विद्यार्थियों को भी जरूर मिलेगा।

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