Jan Seva Abhiyan by Students of JCD Memorial College
जेसीडी मेमोरियल कॉलेज ने विद्यार्थियों में सहयोग की भावना विकसित करने के लिए चलाया जन सेवा अभियान*
सहयोग एक सबसे बड़ा मानवीय गुण, जो हर मनुष्य में होना चाहिए आवश्यक : डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा
सिरसा 15.01.2023:जेसीडी मेमोरियल कॉलेज सिरसा में विद्यार्थियों के अंदर परोपकार व सहयोग की भावना को मजबूत करने के लिए कॉलेज के कम्युनिटी आउटरीच और सोशल वेलफेयर सेल की तरफ से जरूरतमंदों और अभावग्रस्त तबके के लिए एक मानवीय पहल करते हुए विशेष सहयोग अभियान चलाया गया जिसके तहत कॉलेज के विद्यार्थियों और स्टाफ ने मिलकर जरूरत का सामान, कपड़े और अन्य वस्तुओं का संग्रह किया व कुछ सामान बाजार से खरीद कर जरूरतमंदों को वितरित किया गया।
यह अभियान कॉलेज प्राचार्या डॉ शिखा गोयल के नेतृत्व में सभी स्टाफ सदस्यों एवं विद्यार्थियों द्वारा चलाया गया। वितरण के लिए स्वयं सेवकों और स्टॉफ सदस्यों को जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा की ओर से प्रेरणादायी शब्द कहकर रवाना किया गया।जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा ने कबीरदास का दोहा के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि *चिड़िया चोंच भर ले गई, नदी को घट्र्यो न नीर,**दान दिए धन ना घटे, कह गए संत कबीर।*उन्होंने समझाया कि सागर से अगर चिडिया चोंच भर लेती है तो पानी कम नहीं हो जाता। इसी तरह हमें समझना होगा कि अगर किसी को कुछ देने का भाव अगर हमारे मन में है तो इससे हमारे हिस्से का कुछ भी कम नहीं होने वाला। उन्होने कहा कि सहयोग एक सबसे बड़ा मानवीय गुण है जो हर मनुष्य में होना आवश्यक है क्योंकि परस्पर सहयोग से ही मानव सभ्यताओं का विकास हुआ है और आज भी समाज में बहुत से लोगों को हमारे सहयोग की आवश्यकता हर समय रहती है ऐसे में वंचित तबके का सहयोग करना हमारा कर्तव्य ही नहीं बल्कि हमारे अस्तित्व की आवश्यकता है। उन्होंने जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थियों एवं स्टाफ सदस्यों को इस पुनीत कार्य के लिए बधाई दी और आगे भी इस तरह के कार्यों के लिए हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया।
डॉ. शिखा गोयल ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि ये अभियान चलाने के पीछे हमारा मकसद ये था कि विद्यार्थियों के मन में अभी से सेवा का भाव जागृत हो और वह आगे जाकर भी इसी तरह समाज सेवा के कार्य में अपना योगदान देते रहें। इसी के चलते विद्यार्थियों को इस बात के लिए प्रेरित किया गया कि वो अपनी पॉकेट मनी से कुछ हिस्सा बचाकर किसी का सहयोग करें। विद्यार्थियों की प्रेरणा के लिए स्टॉफ सदस्यों ने भी अपना-अपना सहयोग दिया और अभियान की शुरुआत की।डॉ. शिखा ने बताया कि विद्यार्थियों ने भी खुशी-खुशी इसमें हिस्सा लिया और हर तरह से सहयोग देते हुए इस अभियान को अंजाम तक पहुंचाया। उन्होने कहा कि कुछ वस्तुएं सुलभ करवा देने से किसी का दुख पूर्ण तौर पर तो खत्म नहीं होता लेकिन ऐसे प्रयासों से सहयोग की भावना का जरूर बीजारोपण होता जो आगे चलकर समाज को फल जरूर देता है।वही इस अभियान में शामिल विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि किसी की मदद करना कितना बड़ा सुखद एहसास होता है उन्हें इस अभियान में शामिल होकर पता चला और वह आगे भी इस प्रयास को जारी रखना चाहते हैं।